सागर (मप्र)। देश में यह मानने वालों की तादाद में दिनों-दिन इजाफा होता दिख रहा है कि भ्रष्टाचार व्यवस्था की रग-रग में समा गया है, यहां तक कि इस व्यवस्था को चलाने वाले अधिकारी भी यह मानने लगे हैं कि देश के प्रशानिक ढांचे के आधे से ज्यादा अफसर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। यह खुलासा उन सवालों के जवाबों से हुआ है, जो मप्र के डा. हरिसिंह गौर केन््रदीय विश्वविद्यालय के...
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असामाजिक तत्वों ने चापाकल में डाला जहरीला पदार्थ,पानी पीते ही कई छात्र हुए बेहोश
टना:16 जुलाई को मशरक में कीटनाशकयुक्त मिड डे मील खाने से 23 बच्चों की मौत के बाद स्कूल व अन्य सरकारी चापाकलों में जहरीला पदार्थ डालने की शुरू हुईं घटनाएं रुकने के बजाय तेज हो गयी हैं. गुरुवार को गोपालगंज, सारण, सीवान व जहानाबाद जिलों में चापाकलों में विषाक्त पदार्थ डालने के वाकये सामने आये. गोपालगंज व सारण में तो चापाकलों का पानी पीने से प्रधानाध्यापक व रसोइया समेत दर्जनों...
More »शिक्षक विहीन हो रहे राज्य के स्कूल
रांची: राज्य में प्राथमिक विद्यालय से लेकर प्लस टू स्तर के उच्च विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है. विद्यालय शिक्षक विहीन हो रहे हैं. 13 वर्ष में भी राज्य सरकार स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर नहीं कर सकी. राज्य के विद्यालयों में शिक्षकों के 60 हजार पद रिक्त हैं. राज्य के कई उच्च विद्यालय एक शिक्षक के भरोसे संचालित है. प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के...
More »गरीबी और सरकारी अमानवीयता- एम जे अकबर
यह इनसानी स्वभाव है कि व्यक्ति अगर अच्छे मूड में हो, तो वह अपने सहयोगी को इंतजार कर रही त्रासदी से बचाने में गर्व महसूस करता है. एक दागदार व्यक्ति को सतत रूप से जारी फिजूल तमाशे से बचाना एक अच्छा मौका हो सकता है. संभवत: वक्त आ गया है जब हम सब मिल कर 28 साल पहले दिल्ली में हुए सिख विरोधी दंगों के दौरान लोगों को हत्या और...
More »262 शिक्षकों के जिम्मे 30 हजार विद्यार्थी
जमशेदपुर: जिले के उच्च विद्यालयों (सरकारी) में नौवीं व 10वीं कक्षा के विद्यार्थी भगवान भरोसे ही पढ़ाई कर रहे हैं. शिक्षकों की सेवानिवृत्ति के साथ-साथ माह-दर-माह विद्यालयों में रिक्त पदों की संख्या बढ़ती जा रही है. फिलहाल जिले में शिक्षकों के स्वीकृत पद 1282 हैं जिनके विरुद्ध मात्र 262 शिक्षक ही पदस्थापित हैं. मतलब 1020 शिक्षकों के पद खाली हैं. आलम यह है कि 30 हजार विद्यार्थियों को पढ़ाने के...
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