रांची. हटिया स्थित गुरुनानक स्कूल में हुई एक चूक ने गुरुवार को 37 बच्चों को अस्पताल पहुंचा दिया। दरअसल इस रिहायशी स्कूल में नाश्ते बंटने के दौरान एक बच्चे की प्लेट में छिपकली मिली। तब-तक 44 बच्चों में नाश्ता बंट चुका था और 19 बच्चे काफी हद तक खा भी चुके थे। जैसे ही पता चला कि खाने में छिपकली गिरी है, तब तक नीरज नामक बच्चे के पेट दर्द...
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बाजार के कामर्स से साइंस की जंग- डा.एनके सिंह
भारत में डायबिटीज की अत्यंत लोकप्रिय और सस्ती दवा को सरकार ने बैन कर दिया है. सरकार के इस फैसले से विशेषज्ञ डॉक्टरों में आक्रोश है. पहली बार बाजार के कॉमर्स के खिलाफ साइंस ने जंग छेड़ी है. डॉक्टर दिवस पर मरीजों के मर्म और सरकार की संवेदनहीनता बयां करती एक डॉक्टर की पीड़ा. - डायबिटीज की अत्यंत लोकप्रिय और अपेक्षाकृत सस्ती दवा ‘पायोग्लीटाजोन’ को 18 जून, 2013 से भारत सरकार के स्वास्थ्य...
More »महंगे डीजल का सही निर्णय-डा भरत झुनझुनवाला
लगभग छह माह पूर्व यूपीए सरकार ने डीजल के दाम बढ़ाने का निर्णय लिया था. विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इसका विरोध किया था. उनके दो मुख्य तर्क थे. एक यह कि मूल्य वृद्घि से महंगाई बढ़ेगी. दूसरा यह कि गरीब पर दुष्प्रभाव पड़ेगा. दोनों तर्क फेल हो गये हैं. महंगाई नियंत्रण में है और गरीब द्वारा हाहाकार का कोई संकेत नहीं है. डीजल की मूल्य वृद्घि से महंगाई न बढ़ने...
More »अस्पताल के लिए गर्भवती पत्नी को पीठ पर लादकर 40 किमी चला आदिवासी
ईएनएस व एजंसियां, कोट्टायम। एक आदिवासी युवक अपनी सात महीने की गर्भवती पत्नी के इलाज के लिए उसे कंधों पर लादकर भारी बारिश में जंगल में 40 किलोमीटर तक भटकता रहा। पूरे दिन चलने के बाद उसे एक गाड़ी मिली जिससे वह अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंचा। वहां उसकी पत्नी तो बच गई। लेकिन डाक्टर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को नहीं बचा पाए। कोन्नी के जंगल में स्थित...
More »अर्थशास्त्र की ऊंची मीनार से कुपोषण मिटाने की यह कवायद....
भारतीयों को विवाद-प्रिय माना जाता है और हमारी यह विवादप्रियता एक बार फिर से उठान पर है ! गरीबी-रेखा और गरीबों की तादाद के बारे में लंबे समय तक वाक्युद्ध में उलझे रहने के बाद, प्रसिद्ध अनिवासी भारतीय(एनआरआई) अर्थशास्त्रियों ने एक बार फिर से विवाद छेड़ा है कि भारत में कुपोषण का विस्तार कितना है। पहले योजना आयोग ने गरीबों की संख्या को कागजी तौर पर घटाने की कोशिश की...
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