Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
भूख | सतत् विकास लक्ष्य
सतत् विकास लक्ष्य

सतत् विकास लक्ष्य

Share this article Share this article

What's Inside


लैंगिक नजरिये से सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति का आकलन; पढ़ें रिपोर्ट की मुख्य बातें

“सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति : लैंगिक स्नैपशॉट 2023”

संयुक्त राष्ट्र महिला और यूएन के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग ने मिलकर एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में सभी सत्रह सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति का आकलन किया है। सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए 15 बरस की समय सीमा तय की थी। लेकिन, आधा समय बीत जाने के बाद लक्ष्यों का मंजिल तक पहुँचना दुभर दिख रहा है।

इस लेख में इस रिपोर्ट की मुख्य बातें पेश की हैं। रिपोर्ट के लिए यहाँ क्लिक कीजिए!

 

  • सतत् विकास लक्ष्य नंबर 5 लैंगिक समानता की बात करता है। लेकिन, जिस गति के साथ एसडीजी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रगति कर रहे हैं, वो नाकाफी है।
  • अगर मौजूदा गति के साथ प्रगति जारी रही तो वर्ष 2030 तक 340 मिलियन महिलाएँ और बच्चियाँ अत्यधिक गरीबी में रहेंगी।
  • वर्ष 2030 तक जीरो गरीबी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए गरीबी उन्मूलन की मौजूदा गति को 26 गुणा तेज करना होगा।
  • वर्ष 2030 तक 4 में से 1 महिलाओं और बच्चियों के जीवन में खाद्य सुरक्षा का अभाव होगा।
  • वर्ष 2000 से 2020 के बीच में मातृ मृत्यु दर में वैश्विक स्तर पर एक तिहाई की गिरावट आई थी। लेकिन, वर्ष 2015 से प्रगति रुकी हुई है।
  • स्कूल शिक्षा के मामले में लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया है। लेकिन, अनुपात अभी भी कम बना हुआ है; केवल 60 प्रतिशत लड़कियां ही उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाती हैं।
  • गरीबी और भुखमरी को खत्म करने सहित प्रमुख वैश्विक लक्ष्यों में लैंगिक समानता हासिल करने के लिए प्रति वर्ष अतिरिक्त 360 बिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी।
  • देश में मजबूत कानूनी ढाँचा सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा दे सकता है। लेकिन, 54 प्रतिशत देशों में अभी भी लैंगिक समानता के लिए आवश्यक कानूनों का अभाव है।
  • सरकारों और प्रबंधन के पदों पर लैंगिक अंतर कायम है। विश्वभर में संसद की 26.7 प्रतिशत सीटें ही महिलाओं के पास हैं। वहीं स्थानीय शासन में 35.5 प्रतिशत। और 28.2% कार्यक्षेत्र में प्रबंधन के स्तर पर महिलाओं की हिस्सेदारी है।
  • 380 मिलियन महिलाओं व बच्चियों को जल संकट का सामना करना पड़ेगा। यह संख्या वर्ष 2050 तक बढ़कर 674 मिलियन हो जाएगी।
  • कामकाजी उमर की 61.4 प्रतिशत महिलाएँ ही श्रमशक्ति में शामिल हैं। वहीं पुरुषों के मामले में यह आँकड़ा बढ़कर 90.6 प्रतिशत हो जाता है।
  • महिलाओं के साथ लैंगिक आधार पर हो रहे भेदभाव के घटनाएँ पुरुषों की तुलना में दोगुनी है।
  • शहरी नियोजन पर पर्याप्त जोर देने की आवश्यकता है। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में वर्ष 2050 तक 1.05 बिलियन महिलाएँ और बच्चियाँ झुग्गी–झोपड़ियों में रहेंगी।
  • जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा असर हाशिये पर बैठे तबके पर पड़ता है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक इसके कारण 158 मिलियन महिलाएँ और बच्चियाँ गरीबी के गर्त में जा सकती हैं।
  • संघर्ष से प्रभावित इलाकों में रहने वाली महिलाओं और लड़कियों की संख्या वर्ष 2022 में 614 मिलियन हो गई है जो कि वर्ष 2017 की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक है।

“सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति : लैंगिक स्नैपशॉट 2022”
“सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति : लैंगिक स्नैपशॉट 2021”
“सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति : लैंगिक स्नैपशॉट 2020”
“सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति : लैंगिक स्नैपशॉट 2019”



Team IM4Change.org
 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close