Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
चर्चा में.... | यह त्रासदी कहीं अपने को दोहरा ना दे...!

यह त्रासदी कहीं अपने को दोहरा ना दे...!

Share this article Share this article
published Published on Jul 19, 2013   modified Modified on Jul 19, 2013

बिहार के छपरा जिले में जहरीला मिड डे मील खाने से हुई मौतों ने राज्य में इस कार्यक्रम के संचालन की  तैयारियों को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है। इसे चाहे हाथ आई रकम को समय रहते खर्च पाने की नाकामी कहें या फिर शिक्षा के अधिकार कानून में अमल में बरती जाने वाली कोताही, आशंका यह है छपरा की तरह बिहार के कई और जिलों में मिड डे मील की त्रासदी अपने को दोहरा ना दे !

आशंका खुद बिहार सरकार द्वारा प्रस्तुत एमडीएमएस एनुअल वर्क प्लान 2013-14 नामक दस्तावेज के आंकड़े से पुष्ट होती है। केंद्र से वित्तीय सहायता मिलने के बावजूद राज्य बीते छह सालों( 2006-07 से 2012-13) में स्कूलों को रसोई और भंडारघर प्रदान करने के मोर्चे पर अपेक्षा के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाया है। राज्य के कम से कम नौ जिले स्कूलों में रसोई और भंडारघर बनवा पाने के मामले में पीछे चल रहे हैं। इस मामले में सबसे पीछे रहने वाले जिले हैं बेगूसराय (59प्रश), मधेपुरा (54प्रश), शिवहर(44.8प्रश), पूर्वी चंपारण(42.5प्रश), सीतामढ़ी(39.9प्रश), गोपालगंज (37.5प्रश), मुजफ्फरपुर (34.6प्रश), सीवान (33.2प्रश) और पटना (33.9प्रश) ( जिलों के नाम के आगे लिखे गए अंक रसोई और भंडारघर के निर्माण के मामले में कमी का प्रतिशत दिखाते हैं)।

रिपोर्ट के अनुसार राज्य के कई जिलों में स्कूलों के रसोईघर में पर्याप्त बर्तन तक नहीं हैं। जहरीला मिड डे मील खाने से बच्चों की मृत्यु की घटना के कारण चर्चा में आये सारण जिले के स्कूलों के रसोईघरों में समुचित बर्तन की कमी 16.9 फीसदी तक है। कई जिलों में स्थिति इससे भी बुरी है। रसोईघर के बर्तन की खरीदारी के मामले में भागलपुर में 46.9 फीसदी तो सीवान में 36.2 और बेगुसराय में 32.2 फीसदी की कमी पायी गई है।

गौरतलब है कि शिक्षा के अधिकार कानून के अंतर्गत स्कूलों में मीड डे मील योजना के लिए समुचित रसोईघर, बर्तन और भंडार का होना जरुरी है। इस मामले में राज्य में बरती जा रही कोताही की तरफ कई अन्य रिपोर्टों में ध्यान दिलाया गया है। प्रतिष्ठित एन सिन्हा स्कूल ऑव सोशल साइंसेज ने चार जिलों( दरभंगा, सहरसा, शिवहर और सीतामढ़ी) के सर्वेक्षण पर आधारित अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कई स्कूलों में पक्का रसोईघर या भंडारघर नहीं है और मिड डे मील के अंतर्गत पकाया हुआ भोजन खुले में या फिर टाट-फूस के मड़ईनुमा रसोईघर में रखा जाता है। इस रिपोर्ट में स्कूलों के रसोईघर में पर्याप्त बर्तन और जलावन की के अभाव की तरफ इशारा किया गया है। मिड डे मील के परीक्षण के प्रावधान के बावजूद रिपोर्ट के अनुसार, सर्वेक्षित जिले के कई स्कूलों में ना तो इसका कोई रिकार्ड रखा गया है ना ही इस पर अमल किया जा रहा है।

गौरतलब है कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने बिहार में जारी मिड डे मील योजना की निगरानी से संबंधित अपने हालिया (23 अप्रैल 2013) प्रेस-नोट में कहा था कि राज्य में प्रदान किए जा रहे मध्याह्न भोजन से छात्र, अभिभावक और समुदाय के सदस्य खुश नहीं हैं, ज्यादातर स्कूलों में औसत दर्जे का भोजन बिना साफ-सफाई का ध्यान रखे पकाया और दिया जाता है और पकाया हुआ भोजन अकसर खुले में या गंदी जगह पर रखा जाता है। बिहार के सभी 38 जिलों में मिड डे मील प्रदान करने की योजना पर अमल साल 2007-08 में शुरु हुआ। फिलहाल राज्य के 40522 प्राइमरी स्कूलों में नामांकित कुल 14769590 और 29716 अपर-प्राइमरी में नामांकित कुल 5286976 बच्चों को मिड डे मील दिया जा रहा है।

(कथा में जिन रिपोर्टस् का जिक्र किया गया उन्हें देखने के लिए साथ ही इस कथा के विस्तार के लिए निम्नलिखित लिंक देखे जा सकते हैं)

Appraisal Note on Bihar MDMS, http://mdm.nic.in/Files/PAB/PAB2013-14/Bihar/Appraisal_Not
e_bihar_New.pdf


Minutes of the Programme Approval Board (PAB) Meetings,
http://mdm.nic.in/Files/PAB/PAB2013-14/Bihar/Bihar_PAB_Min
utes.PDF

 

List of Monitoring Institutions
http://mdm.nic.in/Files/MI%20REports/Monitoring%20Institut
ion%20list.pdf

 

Exposition of MDMS in Bihar,
http://mdm.nic.in/Files/PAB/PAB2013-14/Bihar/Wtite-up-Bihar.pdf

 

 

Annual Work Plan and Budget 2013-14, tables in excel sheet (click here)

Annual Work Plan Budget 2013-14, power point presentation (click here)

Minutes of the meeting of Programme Approval Board held on 23 April, 2013,
http://mdm.nic.in/Files/PAB/PAB2013-14/Bihar/Bihar_PAB_Min
utes.PDF

 

Presentation by AN Sinha Institute of Social Studies (click here)

PAISA District Surveys on MDMS (June 2013),
http://mdm.nic.in/Files/OrderCirculars/Final_PAISA_MDM_Rep
ort_18july_2013.pdf

 

Did govt ignore warning signals? -Akshaya Mukul, The Times of India, 18 July, 2013,
http://www.im4change.org/latest-news-updates/did-govt-igno
re-warning-signals-akshaya-mukul-21995.html

 

Day after mid-day meal deaths, vitamin A dose kills child in Bihar -Alok Gupta, Down to Earth, 18 July, 2013, http://www.im4change.org/latest-news-updates/day-after-mid
-day-meal-deaths-vitamin-a-dose-kills-child-in-bihar-alo
k- gupta-21997.html

 

Interactive Voice Response (IVR) system to monitor implementation of Mid Day Meal scheme in Bihar,

http://www.dopahar.org/dopahar/index.php?tag=6

 

 



Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close