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‘आम आदमी की दुकान’ में मिलेगा सस्ता सामान, हर जिले में होगी उपलब्धता

शिमला। प्रदेशवासियों को अब रोजमर्रा का सामान काफी सस्ते दाम में मिलेगा। इसके लिए सरकार ने सभी जिलों में ‘आम आदमी की दुकान’ खोलने का फैसला लिया है। पायलट प्रोजेक्ट में ये दुकानें कांगड़ा, धर्मशाला, सोलन, नगरोटा, सिरमौर, कुल्लू, पांवटा और बद्दी में खोली जाएंगी। बाद में अन्य जिलों में विस्तार होगा।   मिडिलमैन प्रोफिट के...

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एकाधिकार तोड़ता मंत्रोच्चार- निराला की रिपोर्ट(तहलका)

‘मैं ख्याति. जयपुर की रहने वाली, 11वीं कक्षा में हूं. संस्कृत को सबसे सामर्थ्यवान भाषा मानती हूं. भारतीय संस्कृति को सर्वश्रेष्ठ संस्कृति.’ सिर्फ नाम पूछने पर इतनी बातें बताती है ख्याति. फिर तुरंत ही शुरू हो जाती है. किसी टोक-टोक या सवाल की गुंजाइश छोड़े बगैर. आगे कहती है, ‘भईयाजी, आपने बहुत मंदिर देखे होंगे, लेकिन अब आप देश ही नहीं, दुनिया का अनोखा मंदिर देखेंगे. पाणिनी मंदिर नाम है...

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बिना..सब्सिडी सिलेंडर का दाम 46.50 रुपये बढ़ा

नई दिल्ली। घरेलू उपयोग वाले 14.2 किलो के बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत अब 46.50 रुपये बढ़कर 942 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई। तेल कंपनियों ने कल मध्यरात्रि से पेट्रोल के दाम में करीब 30 पैसे कमी लाने के साथ ही बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाये हैं। तेल कंपनियों ने बिना..सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम 46.50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ा...

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बाजार नहीं, जनहितैषी नीतियां बनाये सरकार- जोसेफ स्टिग्लिज

- अर्थशास्त्र के लिए 2001 में नोबल पुरस्कार जीतनेवाले प्रो जोसेफ इ स्टिगलिट्स ने सोमवार को पटना में आद्री के स्थापना दिवस व्याख्यान में बाजार, सरकार व समाज की भूमिका से लेकर अमेरिका के संकट तक को बहुत आसान शब्दों में रखा और बताया कि पूंजीवाद को लगातार पुनर्परिभाषित करते रहने की जरूरत क्यों है. हमलोग उनके इस व्याख्यान के बरक्स अपनी सरकारों के नीतिगत फैसलों, बाजार की भूमिका और अपने समाज...

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उदार पीढ़ी का उद्वेग- सुधीश पचौरी

जनसत्ता 4 जनवरी, 2012: पिछले करीब पंद्रह दिनों में एक युवा विमर्श प्रकट हुआ है, जो कई वजहों से  ऐतिहासिक है। उसके कारक, लक्ष्य और परिणाम नए हैं। वह प्रकटत: स्वत:स्फूर्त स्वभाव से असंगठित और अराजनीतिक प्रतीत होता है। वह ‘परदुख कातर’ है। पुलिस प्रशासन और सत्ता से अन्याय के बरक्स न्याय के सवाल कर रहा है। वह बर्बरता के विरोध में है। वह एक ऐसा नागरिक समाज चाहता है, जिसमें...

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