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गोली मार मेन्यू को

पटना, [शशिरमन]। पटना की सड़कों पर दौड़ती गाड़ियों के हुजूम में जहां हर पांचवीं गाड़ी लाल-नीली बत्ती वाली होती है, वहीं एक ओर नंगे बदन, बिखरे बालों के साथ बच्चे गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल में पढ़ने आते हैं। कहने को उन्हें मिलता है मिड डे मील, लेकिन सरकार की तय मेन्यू की जगह उन्हें मिलती है, पानी में पकी खिचड़ी और दाल पकती है साहबों की रसोई में। ऐसे स्कूलों की खासियत यह...

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बच्चों की कब्रगाह है मेलघाट-शिरीष खरे

विदर्भ को देश भर में किसानों की आत्महत्या वाले इलाके के रुप में जाना जाता है लेकिन इसी इलाके में सतपुड़ा पर्वत में बसी मेलघाट की पहाड़ियों में छोटे बच्चों की मौत के आंकड़े पहाड़ियों से ऊंचे होते चले जा रहे हैं. साल दर साल कोरकू आदिवासियों के हजारों बच्चे असमय काल के गाल में समाते चले जा रहे हैं. कुपोषण मेलघाट में 1993 को पहली बार कुपोषण से बच्चों के मरने...

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दाने-दाने की राजनीति

इण्डिया और भारत के बीच की गहरी खाई में दो रोटियों के लिए स्कूल पहुंचने वाले बच्चों को पकाने वाले की जाति पर गुस्सा आ जाए यह बात अपने आप में चौंकाने वाली है   अब तो मजहब कोई ऐसा भी चलाया जाए जिसमें इंसान को बस इंसान बनाया जाए 84 वर्षीय गीतकार गोपालदास नीरज ने अभी हाल में लखनऊ में अपने एक सम्मान समारोह में जब यह पक्तियाँ गाईं तो समूचा सभागार...

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वैश्विक खाद्यान्न उत्पादन- मौजूदा हालात

एफएओ का कहना है कि साल 2010-2011 में अनाज के उत्पादन में रिकार्ड बढ़त( 2279.5 ) होने की संभावना है लेकिन बुरी खबर यह है कि सूखे की मार झेल रहे रूस में इस साल गेहूं के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले तकरीबन एक करोड़ ३० लाख टन कमी आने की आशंका है। साल 2008-09 में रूस में 63.7 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन हुआ था जबकि इस साल आशंका है...

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रोज कूड़े में जाता है 82 करोड़ रुपए का अनाज

नई दिल्‍ली. भारत में एक ओर रोज करोड़ों लोगों को भूखे सोना पड़ता है, जबकि दूसरी ओर हर दिन 82 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा मूल्‍य का अन्‍न बर्बाद हो जाता है। वह भी केवल इसलिए क्‍योंकि सरकार के पास यह अन्‍न रखने और एक जगह से दूसरी जगह लाने-ले जाने की पर्याप्‍त सुविधा नहीं है। केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्‍करण मंत्री सुबोध कांत सहाय ने सोमवार को राज्‍य सभा में एक सवाल के...

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