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आहार में छुपा है वनवासियों की तंदुरुस्ती का राज

पूर्णिया। खेल के मैदान से लेकर सुरक्षा व्यवस्था में अपनी दमदार उपस्थिति दिखाने वाले वनवासियों की तंदुरुस्ती का राज उनके आहार में छुपा हुआ है। जंगली वनस्पति के सेवन के कारण इनकी शारीरिक क्षमता दूसरों की अपेक्षा अधिक होती है। जंगलों और जलाशयों में पाये जाने वाले सरौंची, कोकरो, पतंगी, कटैया और करमीलत्ती, सहजन आदि का साग इनका पसंदीदा है। साग के इन प्रभेदों में आयरन, कैल्सियम और वीटा केरोटीन की मात्रा प्रचुर मात्रा में पायी...

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कृषि, कर्ज और महंगाई की चुनौतियां

नई दिल्ली [भारत डोगरा]। जहां एक ओर कृषि नीति के सामने महंगाई व किसानों के कर्ज की ज्वलंत समस्याएं हैं, वहीं दूसरी ओर जलवायु बदलाव के संकट से जूझना भी जरूरी है। वैसे तो पहले भी यह बार-बार अहसास हो रहा था कि न्याय, समता व पर्यावरण हितों की रक्षा और खेती में टिकाऊ प्रगति के लिए कृषि-नीति में बदलाव जरूरी हो गए हैं। अब जब जलवायु बदलाव के कुछ दुष्परिणाम नजर आने लगे हैं और...

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तीन लोक सूचना अधिकारियों पर 25-25 हजार का दंड

पटना तीन लोक सूचना अधिकारी (पीआईओ) को सूचना देने में टालमटोल और सूचना आयोग के निर्देश की अवहेलना करना महंगा पड़ा। राज्य सूचना आयोग ने तीनों पर 25-25 हजार रुपये का आर्थिक दंड निर्धारित किया है। आवेदक ज्योति कुमार वर्मा को आयोग के निर्देश के बावजूद सूचना नहीं कराने राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के लोक सूचना अधिकारी (पीआईओ) पर सूचना आयुक्त पीएन नारायणन ने 10 अगस्त 2009 के प्रभाव से 24 मई 10 तक के...

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किसानों के हितों से समझौता न किया जाए

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि घातक फ़ंगस यानि फफूंद की एक नई ज़हरीली किस्म दुनिया की गेहूं की आपूर्ति के लिए बड़ा ख़तरा बन सकती है. रुस में हुई एक बैठक के बाद शोधकर्त्ताओं ने इस ख़तरनाक किस्म की फफूंद के बारे में नई जानकारियां दी हैं. उनके मुताबिक कुछ देशों में इस घातक फफूंद ने क़रीब 80 फ़ीसदी तक गेहूं की फ़सल तबाह कर दी है. यूजी99 नाम की ये भूरे रंग की फफूंद एक...

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नरेगा भी नहीं बच पाया भ्रष्टाचार से

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरेगा [राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना] भी नहीं बच पाई है। एक सरकारी अध्ययन में कई राज्यों में नरेगा के लागू करने में बड़े स्तर पर अनियमितताएं और भ्रष्टाचार पाया गया है। कुछ क्षेत्रों में अधिकारियों ने केंद्रीय फंड को गलत तरह से खर्च किया है और कामगारों को अपना मुंह बंद करने के लिए कहा है। वीवी. गिरि राष्ट्रीय श्रमिक संस्थान के शोधार्थियों ने...

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