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प्याज निर्यात पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के किसान सड़क पर

प्याज की उंची कीमतों से उपभोक्ताओं के साथ ही सरकार को तो राहत मिल गई है, लेकिन दाम नीचे आने से किसानों को नुकसान होने लगा है इसलिए प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटाने संबंधी अधिसूचना जल्द जारी कराने की मांग को लेकर सोमवार को नासिक में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लालसगांव में सोमवार को प्याज के थोक दाम घटकर 9 से 16.35...

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ज्यादातर स्मार्ट सिटी का पानी पीने लायक नहीं

देश की ज्यादातर स्मार्ट सिटी का पानी पीने लायक नहीं है। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने स्मार्ट सिटी में पहुंचाए जाने वाले पानी की जांच के दौरान पाया कि अधिकतर नमूने शुद्धता के पैमाने पर खरे नहीं उतरते। योजना में शामिल नई दिल्ली में पानी की गुणवत्ता पर पहले की सवाल उठ चुके हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चैन्नई सहित 21 शहरों में सप्लाई किए जाने वाले पानी पर जांच रिपोर्ट...

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समर्थन मूल्य से 800 रुपये तक नीचे भाव पर अरहर बेचने को मजबूर हैं किसान

केंद्र सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य लेकर चल रही है लेकिन अरहर किसान अपनी फसल मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से 700-800 रुपये नीचे भाव पर बेचने को मजबूर हैं। हालांकि उपभोक्ताओं को अरहर दाल अभी भी 80 से 100 रुपये प्रति किलो के दाम पर ही खरीदनी पड़ रही है। कर्नाटक की गुलबर्गा मंडी के दलहन कारोबारी चंद्रशेखर एस नादर ने बताया कि...

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कितना खतरनाक हो सकता फलों और सब्जियों पर रसायनों का इस्तेमाल

गांव कनेक्शन   पिछले वर्ष नेपाल ने भारत की सब्जियों और फलों पर रोक लगा दी थी, साल 2014 में यूरोपियन देशों ने अल्फांसो आम के निर्यात पर रोक लगा दी थी, इसके पहले भी कई देशों ने भारत की सब्जियों और फलों के निर्यात पर रोक लगा दी थी, इनके पीछे एक ही कारण है कीटनाशक और रसायनों का अंधाधुंध इस्तेमाल। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने सब्जियों में कीटनाशकों के...

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नरेगा संघर्ष मोर्चा 2020-21 में नरेगा के लिए पर्याप्त बजट की मांग करता है

जैसे कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुर्बल हो रही है, सरकार राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (नरेगा) के कामकाज में सुधार के लिए  हाल ही में नोबेल पुरुस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी सहित कई प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों द्वारा दी गई सलाह को नज़रअंदाज़ कर रही है। अर्थव्यवस्था को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। भारत में वर्तमान समय में  पिछले 45 वर्षों में  सर्वाधिक बेरोजगारी की  दर  हैऔर खाद्य मुद्रास्फीति नवंबर 2019 में दो  अंको  पर पहुंच गई है , जो पिछले  71 महीनो  में सर्वाधिक है । सरकार के स्वयं...

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