तकरीबन 75,000 हेक्टेयर कृषि भूमि में टिकाऊ कृषि कर सिक्किम भारत का पहला पूर्ण जैविक राज्य बन गया है। ‘सिक्किम जैविक मिशन' के कार्यकारी निदेशक डॉ. आनबालागन ने बताया, ‘दिसंबर के आखिर में हमने पूर्ण जैविक राज्य का दर्जा हासिल कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जनवरी को गंगटोक में होने वाले टिकाऊ कृषि सम्मेलन में इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे।' आनबालागन ने बताया कि ‘जैविक उत्पाद के लिए राष्ट्रीय...
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किसानों के दर्द से व्यवसायियों के सम्मान में चोट
अंबिकापुर(निप्र)। सरगुजा में सब्जी उत्पादक किसानों द्वारा संगठन बनाए जाने एवं स्वयं सब्जी बेचने के निर्णय से किसानों एवं थोक कारोबारियों में टकराव की स्थिति निर्मित हो गई है। सब्जी उत्पादक किसानों द्वारा मांगों,समस्याओं के निराकरण के लिए नवगठित संगठन बनाए जाने एवं थोक कारोबारियों द्वारा शोषण को लेकर किसानों का दर्द उठाए जाने पर थोक कारोबारियों के सम्मान व स्वाभिमान में चोट पहुंची। नतीजा यह हुआ कि बुधवार को...
More »किसानों के 12 लाख के धान में मारी डंडी
कोरबा। सूखे की मार झेल दाना- दाना सहेज कर किसी तरह धान खरीदी केंद्र तक पहुंच रहे किसानों को यहां भी छला जा रहा है। एक बारदाने का वजन 580 ग्राम ही निकल रहा, जबकि बारदाने के नाम पर 700 ग्राम से अधिक धान लिया जा रहा। 28 दिसम्बर तक हुई धान खरीदी के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 846.40 क्विंटल अधिक धान किसानों से लिया जा चुका है।...
More »बीतते हुए 2015 में टूटीं समृद्धि की उम्मीदें, अपेक्षा से कम आर्थिक विकास
इस बात की जरूरत है कि सरकार राजनीतिक इच्छाशक्ति से सब्सिडी में कटौती कर अधिक कुशल, बुद्धिमत्तापूर्ण तथा सतर्क कराधान के साथ-साथ उद्योग, बुनियादी ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण के क्षेत्र में अधिक विदेशी प्रत्यक्ष निवेश आकृष्ट कर पूंजीगत व्यय बढ़ाये़ अर्थव्यवस्था में कुछ मामूली बेहतरी के संकेतों को छोड़ दें, तो 2015 के आर्थिक रुझान बहुत उत्साहवर्द्धक नहीं रहे हैं. वर्ष के आखिरी महीने में संसद में पेश अर्द्धवार्षिक आर्थिक...
More »तेज इकोनॉमिक ग्रोथ का फॉर्मूला- भरत झुनझुनवाला
बाजार में मंदी का वातावरण है. महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के सीमेंट विक्रेता ने बताया कि उसकी बिक्री 40 प्रतिशत कम हुई है. सूरत के टैक्सी वाले के ग्राहकों में कमी आयी है. अब उसकी टैक्सी माह में 6-7 दिन ही चलती है. बाकी खड़ी रहती है, चूंकि बाहर के व्यापारी कम ही आ रहे है. बाजार में मांग के दो स्रोत हैं- घरेलू एवं विदेशी. लेकिन इस समय दोनों...
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