कोलकाता : कोलकाता में राजकीय बी सी राय अस्पताल में गत सात दिनों के दौरान 49 शिशुओं की मौत हो चुकी है. पूर्वी क्षेत्र में बच्चों का सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल गत कुछ वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में शिशुओं की मौत को लेकर खबरों में है. अस्पताल सूत्रों ने कहा, ‘‘ गत सात दिनों के दौरान हमारे अस्पताल में 49 बच्चों की मौत हुई है और उनमें से अधिकतर बच्चों को नाजुक...
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हेराफेरी पर कस रही आरटीआइ की नकेल
सूचना का अधिकार कानून भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई व अपने अधिकारों को पाने का माध्यम बन गया है. झारखंड के गांवों में बड़ी संख्या में लोग आरटीआइ का प्रयोग कर रहे हैं. आरटीआइ के जरिये भ्रष्टाचार का खुलासा करने या अपने अधिकारों को पाने वाले लोगों से प्रेरित होकर दूसरे लोग भी आरटीआइ का उपयोग कर रहे हैं. इस बार की आमुख कथा में पंचायतनामा ने आरटीआइ के ऐसे ही किस्सों...
More »पांच दिनों में 36 शिशुओं की मौत
कोलकाता: महानगर के बीसी राय शिशु अस्पताल में बीते कुछ दिनों से जारी मौत के सिलसिले पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है. शनिवार को आधिकारिक रूप से मौत की घटना की पुष्टि की गयी. अस्पताल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ त्रिदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि गत पांच दिनों में बीसी राय अस्पताल में 36 शिशुओं की मौत हुई . उन्होंने बताया कि शिशुओं...
More »गांव के लोगों की ही देन है आरटीआइ आंदोलन
आरटीआइ कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल किसी परिचय के मोहताज नहीं है. वे आरटीआइ कानून के अमल में आने के बाद से ही लगातार इस हथियार के जरिये आम जनता के हित में लड़ाई लड़ते रहे हैं. चाहे मामला न्यायपालिका में फैले का भ्रष्टाचार का हो या फिर राजनीतिक दलों को आरटीआइ के दायरे में लाने का उन्होंने यह मुहिम निरंतर जारी रखी है. इतना ही नहीं वे नौजवान पीढ़ी की ओर आरटीआइ...
More »‘ऐसे कानून के लिए हम विकास दर बढ़ने का इंतजार करते रहें, यह जरूरी तो नहीं’
खाद्य सुरक्षा विधेयक पर अलग-अलग खेमों से अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है. सामाजिक कार्यकर्ता इसकी तारीफ कर रहे हैं तो कॉरपोरेट जगत इस पर चिंतित है. अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज, रेवती लॉल को बता रहे हैं कि क्यों देश को इस कानून की जरूरत है और इसमें कौन-सी खामियां हैं जो दूर होनी चाहिए. खाद्य सुरक्षा विधेयक ने तमाम आशंकाएं पैदा कर दी हैं. पहली आशंका यह है कि देश के...
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