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बागवानी के अच्छे दिन!

यह सच है कि फल-सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं और यह भी सच है कि बीते बीस सालों(1991-91 से 2012-13) में देश में फल-फूल, सब्जी और मसालों की खेती का रकबा दोगुना बढ़ा है। नतीजतन, वानिकी-उत्पादन में तकरीबन तीन गुना(2.8 प्रतिशत) की बढ़ोत्तरी हुई है। कृषि मंत्रालय की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते बीस सालों में वानिकी का रकबा 1 करोड़ 20 लाख 77 हजार हैक्टेयर से...

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अब बदरा बरसे तो धान फूटे

धनबाद : कोयलांचल में पिछले एक पखवारा से ढंग से बारिश नहीं हुई है. इससे न केवल गरमी पहले की तरह बढ़ गयी है, बल्कि फसल लगे खेत भी सूख गये हैं. बाडि़यों में मकई के बाद लगने वाली सब्जी की खेती के लिए किसान जोताई तक नहीं कर पा रहे हैं. बाड़ी पूरी तरह सूख गयी हैं. वहीं दूसरी ओर, धान लगे खेतों में पानी सूख गया है. अलबत्ता...

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सड़े आलू और इल्ली लगे मिर्च पावडर से बन रहा था बच्‍चों का खाना

सचिन तिवारी, बीना (सागर)। बीना के पास आगासोद गांव के प्रायमरी स्कूल में बच्चों के लिए बनाए जा रहे मध्यान्ह भोजन में सड़े आलू की सब्जी जिसमें इल्ली वाले मिर्च के पावडर का इस्तेमाल किया जा रहा था। स्कूल शिक्षा विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई कर भोजन के बच्चों को परोसे जाने से पहले ही पकड़ लिया। आगासोद गांव में प्रायमरी स्कूल है जिसमें करीब ढाई सौ बच्चे पढ़ते हैं।...

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बागवानी की सब्जियां मुरझाई, वाइरस और फंगस का प्रकोप

वीरेंद्र भट्ट, पेटलावद। इस वर्ष मिर्च, करेला, भिंडी, तुरई, चौलाई आदि सब्जियों में वाइरस और फंगस का भंयकर प्रकोप हुआ है। खेत में इन फसलों के खड़े पौधे मुरझा कर काले पड़ गए हैं। महंगे फंगीसाइड व अन्य वाइरस नियंत्रक कीटनाशक छिड़कने के बाद भी समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा है। कर्ज से परेशान किसान फसल को उखाड़ने को मजबूर हैं। भारी पड़ रही आधुनिक खेती। पेटलावद क्षेत्र नकद फसल...

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खेती की सुध कौन लेगा- धर्मेन्द्रपाल सिंह

जनसत्ता 1 अगस्त, 2014 : मौसम विभाग दावा कर रहा है कि वर्षा सामान्य से केवल दस प्रतिशत कम रहेगी। लेकिन बुआई का कीमती समय निकल जाने की भरपाई कैसे होगी, इसका जवाब उसके पास नहीं है। कृषि मंत्रालय ने एक जून से सत्रह जुलाई के बीच देश भर में धान, दलहन, सोयाबीन, कपास, मूंगफली आदि की बुआई का जो रकबा जारी किया है उसे देख कर लगता है कि इस...

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