भोपाल। किसानों की आत्महत्या के मामले में प्रदेश सरकार ने पहली बार माना है कि फसल खराब होने और कर्ज न चुका पाने की वजह से भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं। पिछले तीन महीने में प्रदेश में 1761 लोगों ने आत्महत्या की। इनमें से एक किसान ने फसल खराब होने पर कर्ज न चुका पाने के कारण खुदकुशी की। कुल 106 किसानों ने इस अवधि में अपनी जान दी। सोमवार...
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किसान-आत्महत्या : सबसे ज्यादा परेशान सीमांत और छोटे किसान !
मर्ज बढ़ता गया ज्यों-ज्यों दवा की ! देश में खेती-किसानी का हाल कुछ ऐसा ही है. किसान-आत्महत्या के नये आंकड़े संकेत करते हैं कि बीते 2 सालों में देश में कृषि-संकट और ज्यादा गहरा हुआ है. खेतिहर मजदूर से ज्यादा किसानों की आत्महत्या एनसीआरबी की नई रिपोर्ट के मुताबिक एक साल के भीतर(2014 से 2015) किसान-आत्महत्या की संख्या में 41.7 फीसद का इजाफा हुआ है जबकि आत्महत्या करने वाले खेतिहर मजदूरों की संख्या में तकरीबन एक...
More »हजारों पेड़ लगानेवाली 105 वर्ष की ‘प्रकृति अम्मा’
अपने बच्चे नहीं हैं तो क्या, पेड़ों को ही मान लिया अपनी संतान वर्ष 2016 में बीबीसी ने दुनिया की 100 प्रभावशाली और प्रेरक महिलाओं में थिम्मक्का की गिनती की है. सरकार ने कर्नाटक में सड़क किनारे पेड़ लगाने की योजना का नाम ही थिम्मक्का के नाम से रखा हुआ है- सालुमरदा थिम्मक्का शेड प्लान. 105 की उम्र में भी वह थकी नहीं है. पढ़िए एक रिपोर्ट. जब 40 की उसकी...
More »कपास की खेती का नया बिजनेस मॉडल
भारत में अभी भी 90 फीसदी कपास की खेती पारंपरिक ढंग से होती है और खेती में जेनेटिकली मोडिफाइड सीड का उपयोग होता है. एक अमेरिकी कंपनी की मदद से भारत में ऑर्गेनिक कॉटन की खेती की जा रही है. ऑर्गेनिक कॉटन से बने कपड़ों का बाजार विकसित हो रहा है. अगर यह प्रयोग सफल हो गया तो किसानों को मुनाफा तो होगा ही, आत्महत्या की नौबत नहीं आयेगी. खरबों...
More »मध्यप्रदेश-- प्रदेश में पांच गुना बढ़ी महिलाओं की तस्करी
भोपाल, ब्यूरो। प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अपराधों का क्राइम रेट बढ़ गया है। इनमें हत्या का प्रयास, दहेज प्रताड़ना, आगजनी, ट्रैफिकिंग, उत्पीड़न, अपहरण और प्रताड़ना के मामले शामिल हैं। जबकि आत्महत्या, गंभीर मारपीट व हत्या के मामलों में कमी आई है। हालांकि यह काफी मामूली है। हैरानी की बात यह है कि प्रदेश में महिलाओं की तस्करी के मामले एक साल में पांच गुना तक बढ़ गए हैं।...
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