SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 119

यूपी : फसल बीमा वाले किसानों की तादाद राष्ट्रीय औसत से पांच गुना कम

सूखे की मार से बुंदेलखंड(यूपी) के बारे में आ रही भुखमरी की खबरों के बीच एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपी के तकरीबन सवा दो करोड़ किसानों में केवल 8 लाख किसानों ही फसल का बीमा करवा सके हैं.   सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायर्नमेंट(सीएसई) की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में फसल बीमा वाले किसानों की संख्या राष्ट्रीय औसत से तकरीबन सवा पांच गुना कम है. देश में 20 प्रतिशत...

More »

WASSAN

Watershed Support Services and Activities Network (WASSAN) started in 1995 as an informal network of NGOs to influence the Watershed Development Program of Government being implemented in the drought prone areas for economic improvement of the poor, women and marginalized sections of the rural India. Carving out a creative space for NGOs within the government program, capacity building of various stakeholders, influencing policy and capacitating and empowering the rural community...

More »

Samaj Pragati Sahayog (SPS)

Samaj Pragati Sahayog (SPS) is one of India’s largest grass-roots initiatives for water and livelihood security, working with its partners on a million acres of land across 72 of India’s most backward districts, mainly in the central Indian Adivasi belt. SPS takes inspiration from the life and work of Baba Amte (our Pramukh Sahayogi) who rejected charity and successfully empowered even the most challenged. SPS is headquartered in a drought-prone,...

More »

सूखे की मार लगातार, 40 प्रतिशत से ज्यादा जिले सूखे की चपेट में

देश के 40 फीसदी से भी ज्यादा जिले इस साल सूखे की चपेट में हैं और आशंका जतायी जा रही है कि सूखे के हालात खाद्य-संकट की स्थिति पैदा कर सकते हैं.   भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आकलन के मुताबिक कुल 640 जिलों में से 283 जिले सूखे की चपेट में है. इन जिलों में इस साल मौसमी बारिश की मात्रा में 20 से लेकर 90 प्रतिशत की कमी आई...

More »

पानी के संकट से जूझता देश

महाराष्ट्र और गुजरात में जारी सूखे की स्थिति से यह अनुमान लगाना मुश्किल नहीं है कि आने वाले दिनों में पानी की उपलब्धता का मुद्दा और गंभीर हो सकता है और पानी की किल्लत कई किस्म के संघर्षों की जननि साबित हो सकती है। भारत आज विश्व में भूमिगत जल का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। बहरहाल यह बात दिन के उजाले की तरह साफ हो चुकी है कि जिस रीति...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close