Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
कर्ज - आत्महत्या | किसान और आत्महत्या
किसान और आत्महत्या

किसान और आत्महत्या

Share this article Share this article

What's Inside

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने -एक्सीडेंटल डेथ्स एंड सुसाइड्स इन इंडिया-2021 नाम से एक रिपोर्ट जारी की है(अगस्त 2022 में) रिपोर्ट के लिए कृपया यहाँ, यहाँ यहाँ क्लिक कीजिए.


आत्म हत्याओं के मामलों में वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में 7.2% की वृद्धि दर्ज की गई है. अंकगणित की भाषा में कहें तो 2020 में आत्महत्या करने वालों की संख्या 1,53,052 थी जो साल 2021 में बढ़कर 1,64,033 हो गई है.
सुसाइड दर में भी साल 2021 में पिछले साल की तुलना में 0.7% की वृद्धि देखी गई है. कृपया क्लिक कीजिए.

साल 2021 में 5,318 किसानों/खेतिहरों ने आत्महत्याएँ की है. जोकि आत्महत्या करने वालों की कुल संख्या का 3.24% है. साथ ही इसी वर्ष 5,563 खेतिहर मजदूरों ने भी आत्महत्याएँ की है जो आत्महत्या करने वालों की कुल संख्या का 3.39% है. यहाँ क्लिक कीजिए.


पुरे खेतीबाड़ी क्षेत्र से आत्महत्या करने वालों की कुल संख्या साल 2021 में 10,881 है. जो कुल आत्महत्याओं का 6.6% है.

खेतिहर या किसान- ऐसे व्यक्ति जो किसानी अपनी जमीन पर, किराये की जमीन/ किसी अन्य की जमीन पर खेतिहर मजदूरों के साथ या खेतिहर मजदूरों के बिना करते हैं.
खेतिहर मजदूर- ऐसे शख्स जो मुख्यतः किसानी से जुड़े होते हैं और इनकी आय का प्रमुख स्त्रोत खेतीबाड़ी में किये गए काम से मिलने वाली मजदूरी है.


कुल 5,107 पुरुष व 211 महिला किसानों/खेतिहरों ने आत्महत्याएँ की है. खुद की जमीन पर काम करने वाले किसानों की संख्या 4,806 थी वहीं किराये की जमीन/ किसी अन्य की जमीन पर खेती करने वाले किसानों की संख्या 512 थी. (वर्ष 2021 के लिए.) यहाँ क्लिक कीजिए.


साल 2021 में आत्महत्या करने वाले खेतिहर मजदूरों में 5,121 पुरुष और 442 महिलाएँ थी. यानी पुरुष 92.5% और महिलाएँ 7.95% है.
कुछ राज्यों जैसे अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर, झारखण्ड, ओडिशा, त्रिपुरा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, लक्षदीप और पुडुचेरी में आत्महत्या करने वाले किसानों या खेतिहर मजदूरों की संख्या शून्य दर्ज की गई है. यहाँ क्लिक कीजिए.

साल 2021 में किसानों और खेतिहर मजदूरों की सबसे अधिक आत्महत्याएं महाराष्ट्र राज्य में (4,064) दर्ज की गई है. जोकि कृषि क्षेत्र में होने वाली कुल आत्म हत्याओं (10,881) का  37.35% है. महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक में (2,169), आंध्र प्रदेश में(1,065),  मध्यप्रदेश में (671),तमिलनाडु में (599), और तेलंगाना में (359). आत्महत्याएं दर्ज की गई है.

किसानों/खेतिहरों की सबसे अधिक आत्महत्याएं महाराष्ट्र में (2,640) दर्ज की गई है. ( ध्यान दीजिये इसमे "खेतिहर मजदूर" शामिल नहीं हैं.) जो आत्महत्या करने वाले कुल किसानों/खेतिहरों का 49.64% है.
सबसे अधिक खेतिहर मजदूरों की आत्महत्याएं महाराष्ट्र राज्य में (1,424) दर्ज की गई है. यहाँ क्लिक कीजिए.


एनसीआरबी की इस रिपोर्ट में आत्महत्याओं के कारणों का जिक्र नहीं किया गया है.


दिहाड़ी मजदूरी करने वाले 42,004 भारतीय लोगों ने वर्ष 2021 में आत्महत्याएं की है. इसमें सबसे अधिक आत्महत्याएं तमिलनाडु (7,673) में दर्ज की गई है.

देश में बढ़ सकती है अनाजों की महंगाई दर जरूरी न्यूज अलर्ट यहाँ से पढ़िए 





Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close