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भूख | भुखमरी-एक आकलन
भुखमरी-एक आकलन

भुखमरी-एक आकलन

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What's Inside

 

संयुक्त राष्ट्र संघ के संगठन एफएओ द्वारा प्रस्तुत स्टेट ऑफ फूड इन्सिक्यूरिटी इन द वर्ल्ड(2014) नामक दस्तावेज के तथ्यों के अनुसार-


http://www.fao.org/3/a-i4037e.pdf


http://www.fao.org/3/a-i4030e.pdf

• दो दशक पहले(1990-92) भारत में भोजन की कमी से जूझ रहे लोगों की संख्या 21 करोड़ थी। इस संख्या में 9.5 प्रतिशत की कमी हुई है और अब(2012-14) भारत में भोजन की कमी से जूझ रहे लोगों की संख्या 19 करोड़ हो गई है।


• लेकिन, पाकिस्तान में इसी अवधि में भूखमरी के शिकार लोगों की संख्या में 38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पाकिस्तान में साल 1990-92 में भोजन की कमी के शिकार लोगों की संख्या 2 करोड़ 80 लाख 70 हजार थी जो साल 2012-14 में बढ़कर 3 करोड़ 90 लाख 60 हजार हो गई है।


• दक्षिण एशिया में भोजन की कमी से जूझ रहे लोगों की सर्वाधिक संख्या (190.7 मिलियन) भारत में है। पाकिस्तान में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या 39.6 मिलियन , बांग्लादेश में (26.2 मिलियन), श्रीलंका में (5.2 मिलियन) तथा नेपाल में (3.6 मिलियन) है.


• बांग्लादेश ने भुखमरी की समस्या से निपटने में अच्छी प्रगति की है। बांग्लादेश में साल 1990-92 में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या 3 करोड़ 60 लाख थी जो साल 2012-14 में घटकर(27 प्रतिशत की कमी) 2 करोड़ 60 लाख 20 हजार हो गई है।


• ठीक इसी तरह बीते दो दशक में नेपाल में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या में 14.4 प्रतिशत की कमी आई है। साल 1990-92 में नेपाल में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या 40 लाख 20 हजार थी जो साल 2012-14 में घटकर 30 लाख 60 हजार हो गई है।


• बीते दो दशक में श्रीलंका में भुखमरी की समस्या से जूझ रहे लोगों की संख्या में 2.6 प्रतिशत की कमी आई है। श्रीलंका में भुखमरी की समस्या से जूझ रहे लोगों की संख्या दो दशक पहले 50 लाख 40 हजार थी जो साल 2012-14 में घटकर 50 लाख 20 हजार हो गई।


• 2015 तक भुखमरी की समस्या से जूझ रहे लोगों की संख्या आधी करने के सहस्राब्दि विकास लक्ष्य(एमडीजी) से भारत और पड़ोसी देश पीछे चल रहे हैं।
• रिपोर्ट के अनुसार अब तक 63 विकासशील देशों ने भुखमरी से संबंधित सहस्राब्दि विकास लक्ष्य को पूरा कर लिया है और 6 अन्य देश इसे 2015 तक पूरा कर लेंगे।


• वैश्विक स्तर पर देखें तो 1990-92 से 2012-14 के बीच भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या में 20 करोड़ की कमी आई है। फिलहाल विश्व में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या 80 करोड़ 50 लाख है यानि दुनिया के हर 9 व्यक्ति में से 1 व्यक्ति भुखमरी से पीड़ित है। एशिया में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या 52 करोड़ 60 लाख है।


• स्टेट ऑफ फूड इन्सिक्यूरिटी इन द वर्ल्ड 2014 नामक रिपोर्ट के अनुसार चीन में भोजन की कमी के शिकार लोगों की संख्या बीते दो दशक में सबसे ज्यादा(13 करोड़ 80 लाख) कम हुई है। इस मामले में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने वाले अन्य दस देशों के नाम हैं-: आर्मेनिया, अजरबैजान, ब्राजील, क्यूबा, जार्जिया, घाना, कुवैत, सेंट विन्सेन्ट एंड ग्रेनाडाइन, थाईलैंड और वेनेजुएला।
 


 

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