Inclusive Media 2012-13 Fellows
- Article 1: The Big Story Especially grim encephalitis toll feared in India -Biswajeet Banerjee, 18 June, 2013, Associated Press Gorakhpur
- Article 2: Encephalis death toll in India at 250 by Biswajeet Banerjee, 29 August 2014, Associated Press (USAToday.com) Lucknow
- Article 3: Epidemic Uninhibited by Biswajeet Banerjee, 16 June 2013, The Pioneer Sunday Magazine English
- Article 4: Epidemic Uninhibited by Biswajeet Banerjee, 16 June 2013, The Pioneer Sunday Magazine Hindi
- Article 5: UP racing against time to complete Central Projects by Biswajeet Banerjee, 30 April 2013, The Pioneer Lucknow
- Article 6: Caught in the tentacles of disease and moneylenders by Biswajeet Banerjee, 30 May 2013, The Pioneer Lucknow
- Article 7: PHCs ill-equipped for encephalitis treatment by Biswajeet Banerjee, 14 June 2013, The Pioneer Lucknow
- Article 8: Shallow hand pumps spewing scourge by Biswajeet Banerjee, 1 June 2013, The Pioneer Lucknow
- Article 9: Encephalitis threat looms large over UP by Biswajeet Banerjee, 27 June 2013, The Pioneer Lucknow
Project proposal:
People’s Tryst with Encephalitis in UP
Fieldwork:
Gorakhpur, Padrauna and Kushinagar. Marajganh in eastern Uttar Pradesh.
- Article 1: आम्रमंजरी सी शगुन— 1 जुलाई-7 जुलाई 2013, पंचायतनामा
- Article 2: बेची जा रही झारखंड की बेटियां--- 8 जुलाई-14 जुलाई पंचायतनामा
- Article 3: गांव में बच रही हैं सिर्फ महिलाएं- 15-21 जुलाई पंचायतनामा
- Article 4: बीमार होने पर लौटा दी जाती हैं लड़कियां
- Article 5: मिला दे मुझको मेरी माई से- 19-26 अगस्त 2013 पंचायतनामा
- Article 6: क्यों भेजते हैं मां-बाप बच्चों को काम के लिए बाहर - 22-28 जुलाई 2013 पंचायतनामा
- Article 7: तस्करी के मकड़जाल में फंसी बेबस लड़कियां - 29 July to 4 August, 2013 Panchayatnama
Project proposal:
झारखंड के ग्रामीण इलाकों की प्रमुख समस्या मानव तस्करी, पलायन एवं विस्थासपन के कारण और निवारण रांची जिला, खूंटी जिला व सिमडेगा जिले का अध्यरयन झारखंड के सामने एक प्रमुख समस्याख के मानव तस्कमरी और पलायन रोकने की है साथ ही विस्था्पन की समस्या से जूझ रहे किसानों और ग्रामीणों के पुर्नवास सुविधा भी उपलब्ध कराना है। राजधानी रांची और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र कांके, मांडर, नामकुम, सुकूरहुटू, हेहल, इरबा एवं पास के जिले, जैसे- सिमडेगा, खूंटी, गुमला आदि जगहों से भारी मात्रा में पलायन हो रहा है। इसके अलावा झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों से छोटी-छोटी लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर देश के बड़े शहरों में ले जाया जा रहा है जहां उनका मानसिक और शारीरिक शोषण भी हो रहा है। एक अनुमान के मुताबिक प्रतिवर्ष 30 हजार लड़कियां ट्रैफिकि्ंग की शिकार होती हैं जिनमें से कुछ वर्षों के बाद शोषित होकर लौट आती हैं और अधिकांश का कोई पता नहीं चलता। इस पलायन के कारणों के जड़ तक पहुंचना ही इस शोध-प्रस्ताव का उद्देश्य है।
Fieldwork:
रांची जिला, खूंटी जिला व सिमडेगा जिले का अध्ययन
- Article 1: गरीबी और भूख के दर्दनाक कुचक्र में फंसे मासूम - अजमेरनामा-1 अक्तूबर 2013, डेली राजस्थान 2 अक्तूबर 2013 , सांध्य दैनिक विनायक, 14 अक्तूबर 2013, विविधा फीचर्स 28सितंबर 2013, रॉयल पत्रिका 21 अक्तूबर 2013
- Article 2: भुखमरी को बनाया समुदाय का सवाल-- अजमेरनामा, 7 नवंबर 2013, खबरकोश डॉटकॉम, 11 नवंबर 2013, खबरकोश डॉटकॉम, 6 अक्तूबर 2013, मार्निंग न्यूज 8 नवंबर 2013, खबरइंडिया 8 नवंबर 2013
- Article 3: जारी है भूख के खिलाफ जंग- अजमेरनामा-18 अक्तूबर 2013, विविधा फीचर्स 12 अक्तूबर 2013, रॉयल पत्रिका 28 अक्तूबर 2013, खबरइंडिया 18 अक्तूबर 2013
- Article 4: कौन सुने हमारी ये पीड़ा- अजमेरनामा, 5 अक्तूबर 20113, खबरइंडिया डॉटकॉम, 23 अक्तूबर 2013, डेली राजस्थान 6 अक्तूबर 2013
- Article 5: तो कैसे दूर हो कुपोषण-- डेली राजस्थान,27 अक्तूबर 2013, रॉयल पत्रिका- 4 नवंबर 2013
- Article 6: भूख व कुपोषण के खिलाफ एक साझा प्रयास- विविधा फीचर्स, 12 नवबंर 2013
- Article 7: कैसे मिले भरपेट भोजन--मार्निंग न्यूज, 30 अक्तूबर 2013
- Article 8: कहानी 35 किलो गेहूं की - जनज्वार डॉटकॉम 28 अक्तूबर 2013, डेली राजस्थान, 27 अक्तूबर 2013
- Article 9: अनाज के बदले सामान- खबर इंडिया, 18 अक्तूबर 2013
- Article 10: औरतों की पहुंच से दूर रोटी- खबरइंडिया 18 अक्तूबर 2013
- Article 11: कुपोषण की मार झेलते मासूम- जनज्वार डॉटकॉम, 6 अक्तूबर 2013
- Article 12: भूख से जंग लड़ते सहरिया—जनज्वार डॉटकॉम 19 अक्तूबर 2013
Project proposal:
राजस्थान के बारां जिले के किशनगंज और शाहाबाद में कुपोषण और भुखमरी की स्थिति
Fieldwork:
बारां जिले के किशनगंज और शाहाबाद
- Article 1: गुजराती लड़कियां बिक रही हरियाणां में- आऊटलुक (अप्रैल 2013)
- Article 2: बिकती औरत, कुचला दलित—आऊटलुक (मई 2013)
- Article 3: इज्जत के घरों में पलते अवैध रिश्ते—आऊटलुक (जून 2013)
- Article 4: महविश को वक्त रहते बचाएं- आऊटलुक (अगस्त 2013)
- Article 5: इज्जत के बदले इज्जत- आऊटलुक (सितंबर 2013)
- Article 6: खापों पर दबंग जमींदारों का कब्जा- आऊटलुक (सितंबर 2013)
- Article 7: खापलैंड में लड़कियां नहीं चाहते लोग, पंचायतनामा अखबार, 19 अगस्त- 25 अगस्त 2013
- Article 8: भगवा रंग में रंगती खापें- आऊटलुक (अक्तूबर 2013)
Project proposal:
विषय- पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब में खाप-पंचायतें- ऑनरकीलिंग के संदर्भ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब में इज्जत की खातिर लड़के-लड़कियों के कत्ल की खबरें सुनने को मिलती रहती हैं। महिलाओं के खिलाफ ऐसा माहौल पनपाने के लिए जिम्मेदार हैं खाप और जातीय पंचायतें। लड़कियों की यौन आजादी पर काबू करने के लिए ये पंचायतें किसी भी स्तर तक जा सकती हैं। अपने मूल रूप में ये खाप पंचायतें पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और समाज के खिलाफ हैं। ये लोग देश के कानून या संविधान को भी मान्यता नहीं देते हैं। चूंकि इन्हें बाकायदा राजनीतिक संरक्षण हासिल है इसलिए कानून भी इनके आगे लाचार है। यह सारा माहौल एक स्वस्थ ग्रामीण सामाजिक विकास में बड़ी बाधा तो है ही साथ ही आने वाले समय के लिए बड़ा खतरा भी है।
Fieldwork:
Various districts of Haryana including Rohtak, Jhhajjar, Jind, Sonipat, Hissar, Sirsa etc. Bagpat, Ghaziabad, Muzaffarnagar, Saharanpur, Bulandshahar Meerut etc. in Uttar Pradesh. Fatehgarhgarh Saheb, Patiala etc. in Punjab.
- Article 1: जल की रानी के नाम पर बन रहे काली कमाई के राजा - पत्रिका 10 जून 2013
- Article 2: 20 में खरीदी, 150 में बिक्री मछुआरों का शिकार शेष - पत्रिका 13 जून 2013
- Article 3: अबके उजड़े तो बस ना पायेंगे - पत्रिका 22 जून 2013
- Article 4: दबंग ठेकेदारों के जाल में मछुआरे - पत्रिका 27 जून 2013
- Article 5: जाल ही छीन ले जाते हैं - पत्रिका 2 जुलाई 2013
- Article 6: छूट गया स्कूल जाना - पत्रिका 4 जुलाई 2013
- Article 7: आजीविका के लिए बेच दी विरासत की चांदी - पत्रिका 7 अक्तूबर 2013
Project proposal:
नर्मदा का जलडमरुमध्य
Fieldwork:
Harda, Mandla, Jabalpur, Khandwa etc. in Madhya Pradesh.
- Article 1: एक था गांव दैनिक जनवाणी 6 जनवरी 2014
- Article 2: आपदा ने बढ़ायी पहाड़ों से पलायन की परवाज- दैनिक जनवाणी 8 मार्च 2014
- Article 3: सीमांत नीति घाटी से नदारद हो गई युवा-पीढ़ी- दैनिक हिन्दुस्तान 2 अगस्त2013
- Article 4: गंगा में पानी बह रहा है पर पीने वाला कोई नहीं—दैनिक हिन्दुस्तान 12 जुलाई 2013
- Article 5: आईए, हिमाचल से सीखें समृद्धि का गुरुमंत्र-- हिन्दुस्तान 14 जुलाई 2013
Project proposal:
मध्य हिमालय (उत्तराखंड) की ग्रामीण अर्थव्यवस्था
Fieldwork:
रुद्रप्रयाग जिले के वर्सू गांव एवं केदार घाटी
चमोली जिले के नौटी, गैरसैंण, जोशीमठ के ग्रामीण क्षेत्र
उत्तरकाशी जिले के गंगा एवं यमुना घाटी क्षेत्र
पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग, चैकोड़ी, धारचूला, मुंस्यारी क्षेत्र
हिमाचल प्रदेश के जुब्बल घाटी एवं रणसार वैली का भ्रमण एवं प्रवास.
- Article 1: Modi's tribal scheme shows he is pro-poor as well -Vivian Fernandes, IANS, The Business Standard, June 16 2013
- Article 2: Narendra Modi's tribal scheme shows he is pro-poor as well -Vivian Fernandes, 16 June 2013, IANS, DNA India
- Article 3: Pro corporate can also be pro poor -Vivian Fernandes, The Financial Express, 29 June 2013
- Article 4: The Potato Farming Success of Gujarats Banaskantha District -Vivian Fernandes, Forbes India, 9 August 2013
- Article 5: Hybrid Maize in a Policy Maze Vivian Fernandes Governance Now 16 to 31 August 2013 Vol 4 Issue 14
- Article 6: Hybrid Maize Helps Uplift Gujarats Tribal Farmers -Vivian Fernandes, 17 September 2013, Forbes India
Videos:
- Video 1: Bargaining Power of Farmers vis a vis Large Organized Buyers Two Reports broadcast on CNBC Awaaz (Video)
- Video 2: Namo Mantra Van Bandhu CNBC Awaaz 29 June 2013 (Video)
Project proposal:
Can FDI in retailing improve rural incomes?
The second proposal is a study of Gujarat’s tribal development programme
Fieldwork:
Various parts of Gujarat
- Article 1: फरकिया एक फरक दुनिया-27मई-2जून 2013 पंचायतनामा
- Article 2: यहां चाय बेचने वाले का भी है पूरे खगड़िया पर दावा- --3 जून-9 जून 2013 पंचायतनामा
- Article 3: चार महीने की बाढ़ है यहां सालाना सरकारी छुट्टी—10 जून-16 जून 2013 पंचायतनामा
- Article 4: 19 साल सड़क पर है पूरा बलकुंडा गांव—24 जून-30 जून पंचायतनामा
- Article 5: हर सफर खतरों की डगर पर- 1 जुलाई-7 जुलाई 2013- पंचायतनामा
- Article 6: नौ हजार करोड़ का पैकेज फिर भी कोसी बदहाल- अंगभारत (बांका) 26 अगस्त 2013
Project proposal:
फरकिया वालों के जीवन में कैसे आयेगा फर्क
Fieldwork:
खगड़िया जिला, Bihar