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भूख | शिक्षा
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14 से 18 वर्ष की आयु के युवा कक्षा 2 के स्तर का पाठ नहीं पढ़ पा रहे हैं: असर 'बियॉन्ड बेसिक रिपोर्ट- 2023

बुधवार को नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में ऐन्युअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (ASER)- 2023: बियॉन्ड बेसिक जारी की गई। यह रिपोर्ट, असर 2023 के भागीदार संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जारी की गई। इस रिपोर्ट को प्राप्त करने के लिए कृपया यहाँ, यहाँ और यहाँ क्लिक करें।

क्या है यह रिपोर्ट
'प्रथम' नाम के एक एनजीओ ने वर्ष 2005 में 'असर' नाम से एक रिपोर्ट जारी की। इसे बेसिक असर रिपोर्ट भी कहा जाता है। यह रिपोर्ट वर्ष 2014 तक प्रतिवर्ष जारी की जाती रही। वर्ष 2014 के बाद इसे दो वर्षों के अन्तराल पर जारी किया जाता है। बेसिक असर रिपोर्ट में दो विषयों पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है; पहला- ग्रामीण भारत के 3 से 16 वर्षीय बच्चों की स्कूली शिक्षा की स्थिति जानना और दूसरा 5-16 वर्षीय बच्चों की बुनियादी पढ़ने और गणित की समझ को परखना।
बीच के वर्षों में चुनिन्दा विषयों पर रिपोर्टें जारी की जाने लगीं। जैसे वर्ष 2017 में, असर 'बियॉन्ड बेसिक्स' जारी की गई। यह रिपोर्ट, 14 से 18 आयु वर्ग के युवाओं पर ध्यान केन्द्रित थी। वर्ष 2019 की रिपोर्ट को 4 से 8 साल के बच्चों की (प्री-प्राइमरी और प्रारंभिक प्राथमिक स्कूली शिक्षा) पर केन्द्रित किया।

वर्ष 2023 की रिपोर्ट ग्रामीण भारत के 14 से 18 वर्ष के युवाओं पर केन्द्रित है। ऐसी ही रिपोर्ट 2017 में जारी की गई थी। 6 वर्षों की अवधि के बाद इस आयु वर्ग की प्रगति को अंकित करने की कोशिश करती है।

इस रिपोर्ट में तीन विषयों पर अधिक ज़ोर दिया है। ये विषय कुछ इस प्रकार से हैं- 
• गतिविधि : भारत के युवा वर्तमान में क्या गतिविधियाँ कर रहे हैं ?
• क्षमता : क्या वे सरल पाठ पढ़ सकते हैं ? और बुनियादी गणित हल कर सकते हैं ? और इनका दैनिक जीवन में प्रयोग कर सकते हैं ?
• डिजिटल जागरूकता और कौशल : क्या उनके पास स्मार्टफोन है ? वे स्मार्टफ़ोन का उपयोग किस लिए करते हैं ? क्या वे स्मार्टफोन पर कुछ सरल डिजिटल कार्य कर सकते हैं ?

रिपोर्ट की मुख्य बातें- 


1.गतिविधि 

  • 14 से 18 आयु वर्ग के 86.8% युवा किसी शैक्षणिक संस्थान में नामांकित हैं।
  • लड़के और लड़कियों के नामांकन में अंतर कम हैं, परंतु उम्र के साथ-साथ अंतर बढ़ता जाता है। 14 वर्ष के 3.9% युवा और 18 वर्ष के 32.6% युवा किसी भी शैक्षणिक संस्थान में नामांकित नहीं हैं।
  • इस आयु वर्ग के अधिकतम युवा कला/मानविकी स्ट्रीम में नामांकित हैं। कक्षा 11 या उससे ऊपर नामांकित युवाओं में आधे से अधिक युवा कला/मानविकी (55.7%) मे नामांकित हैं। लड़कियों (28.1%) की तुलना में अधिक लड़के (36.3%) STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में नामांकित हैं।
  • सर्वेक्षित युवाओं में से केवल 5.6% युवा व्यावसायिक प्रशिक्षण ले रहे हैं या अन्य संबंधित कोर्स कर रहे हैं। कॉलेज में नामांकित युवाओं में यह अनुपात सबसे अधिक (16.2%) है। अधिकांश युवा कम अवधि के कोर्स कर रहे हैं (6 माह या उस से कम अवधि वाले।)
  • युवाओं से यह भी पूछा गया था कि क्या उन्होंने पिछले महीने में 15 या उससे अधिक दिन कोई अन्य काम किया है। लड़कियों (28%) की तुलना में लड़कों (40.3%) में अन्य काम करने का अनुपात अधिक है।
  • अन्य काम कर रहे ज़्यादातर युवा अपने परिवार के कृषि-संबंधित कार्यों में संलग्न थे।

2.क्षमता

  • युवाओं की क्षमता परखने के लिए सर्वेक्षण में भाग लेने वाले युवाओं को पाँच प्रकार के काम दिए। इनमें से चार कामों से जुड़े आँकड़े नीचे दिये हैं:- 
  • पाठ पढ़ने की बुनियादी क्षमता, गणित और अंग्रेजी समझने की क्षमता
  • रोजमर्रा की गणनाओं में बुनियादी कौशल का अनुप्रयोग;
  • लिखित निर्देशों को पढ़ना और समझना
  • ऐसी वित्तीय गणनाएँ करना जिनकी वास्तविक जीवन में आवश्यकता होती है।
  • पाँचवे प्रकार के काम में डिजिटल कार्यों पर युवाओं के प्रदर्शन को रखा है। इसका विवरण डिजिटल जागरूकता और कौशल वाले भाग में दिया है।

14-18 आयुवर्ग के युवाओं में बुनियादी क्षमताएँ

  • इस आयुवर्ग के सभी युवाओं में से लगभग 25% युवा अब तक अपनी क्षेत्रीय भाषा में कक्षा 2 के  स्तर का पाठ नहीं पढ़ सकते हैं।
  • आधे से ज़्यादा युवा भाग (3-अंक से 1-अंक) का सवाल नहीं कर पाते हैं। सिर्फ 43.3% युवा यह सवाल सही कर पाए। यह क्षमता कक्षा 3 या 4 के बच्चों से अपेक्षित की जाती है।
  • आधे से अधिक युवा अंग्रेजी में वाक्य पढ़ सकते हैं (57.3%)। इनमें से, लगभग तीन चौथाई युवा ही उनका अर्थ बता सकते हैं (73.5%)।
  • सभी नामांकन स्थितियों में, लड़कों (70.9%) के मुकाबले ज़्यादा लड़कियाँ (76%) अपनी भाषा में कक्षा 2 के स्तर का पाठ पढ़ सकती हैं। इसके विपरीत, गणित और अंग्रेजी में लड़के लड़कियों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं।

दैनिक गणनाएँ
सभी लोगों से अपेक्षा की जाती है कि वे ऐसे कई दैनिक कार्य करने में सक्षम हों, जिनमें बुनियादी गणित करने की क्षमता की आवश्यकता होती है। युवाओं के दैनिक जीवन से संबंधित ऐसे विभिन्न कार्यों को असर 2023 में शामिल किया गया।
लगभग 85% से अधिक सर्वेक्षित युवा स्केल का प्रयागे करके तब लंबाई माप सकते हैं जब उसे 0 cm से शरू किया जाए। परंतु शुरुआती बिंदु बदलने पर यह अनुपात तेज़ी से गिरकर 39% हो जाता है। लगभग 50% युवा अन्य दैनिक गणनाएँ कर सकते हैं।

  • लगभग 85% से अधिक सर्वेक्षित युवा स्केल का प्रयागे करके तब लंबाई माप सकते हैं जब उसे 0 cm से शरू किया जाए। परंतु शुरुआती बिंदु बदलने पर यह अनुपात तेज़ी से गिरकर 39% हो जाता है। लगभग 50% युवा अन्य दैनिक गणनाएँ कर सकते हैं।

लिखित निर्देशों को पढना और समझना दैनिक जीवन में इसका उपयोग
युवाओं को O.R.S. (ओआरएस) पैकेट पर दिए गए निर्देश पर आधारित कुछ प्रश्न पूछे गए थे। यह कार्य केवल उन युवाओं को दिया गया जो असर पढ़ने की जाँच में कम से कम कक्षा। स्तर का पाठ पढ़ सके।

  • उन युवाओं में से जो कम से कम कक्षा। स्तर का पाठ पढ़ सकते हैं, लगभग दो-तिहाई युवा पैकेट के आधार पर 4 में से कम से कम 3 प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं।

वित्तीय गणनाएँ
जो युवा असर गणित की जाँच में कम से कम घटाव कर सके, उन्हें कुछ आम तौर पर की जाने वाली वित्तीय गणनाओं पर कार्य दिए गए।

  • जो युवा असर गणित की जाँच में कम से कम घटाव कर सके, उनमें से लगभग 60% युवा बजट का प्रबंधन और लगभग 37% युवा छूट की गणना कर सकते हैं। लेकिन केवल 10% ही ऋण भुगतान की गणना कर सकते हैं।

'क्षमता' डोमेन का डाटा बताता है कि बुनियादी पढ़ने और गणित करने की क्षमताएँ दैनिक गणनाएँ और निर्देश समझने जैसे रोजमर्रा के कार्यों को करने में मदद करती हैं। हालाँकि, लगभग सभी कार्यों में लड़कों का प्रदर्शन लड़‌कियों की तुलना में बेहतर था।

डिजिटल जागरूकता और कौशल


असर 2023 में डिजिटल कनेक्टिविटी और क्षमताओं को समझने के लिए एक सेल्फ़ रिपोर्टेड प्रश्नावली द्वारा युवाओं में डिजिटल उपकरणों की उपलब्धता और उपयोग पर जानकारी ली गई। साथ ही, उनके डिजिटल कौशल का मूल्यांकन किया गया - उनसे सर्वेक्षकों के सामने एक स्मार्टफोन पर कुछ डिजिटल कार्य करवाएँ गए।

डिजिटल उपकरणों की उपलब्धता 

  • लगभग 90% युवाओं के घर में स्मार्टफोन हैं, और उतने ही युवा इसका प्रयोग करना जानते हैं। उनमें से जो स्मार्टफोन का प्रयोग कर सकते हैं, लड़‌कियों (19.8%) की तुलना में दोगुने से अधिक लड़कों (43.7%) के पास स्वयं का स्मार्टफोन हैं।
  • लड़कों की तुलना में कम लड़कियाँ बताती हैं कि वे स्मार्टफोन या कंप्यूटर चलाना जानती हैं।


संचार और ऑनलाइन सरक्षा

  • लगभग सभी युवाओं (90.5%) ने बताया कि उन्होंने सर्वेक्षण से पिछले सप्ताह में सोशल मीडिया का प्रयोग किया। लड़‌कियों (87.8%) की तुलना में लड़कों (93.4%) में इसका अनुपात थोड़ा अधिक है।
  • सोशल मीडिया का प्रयोग करने वाले सभी युवाओं में से लगभग आधे ही उन सुरक्षा संबंधित सेटिंग्स के बारे में जानते हैं जो सर्वेक्षण में पूछे गए थे। लड़कियों की तुलना में ज्यादा लड़के इन सुरक्षा सेटिंग्स के बारे में जानते हैं।

पढ़ाई और सीखने संबंधित

  • उन युवाओं में से जो स्मार्टफोन का प्रयोग कर सकते हैं, दो-तिहाई ने सर्वेक्षण से पिछले सप्ताह में स्मार्टफोन का प्रयोग पढ़ाई से संबंधित गतिविधियों जैसे ऑनलाइन वीडियो देखना, शंकाओं का समाधान या नोट्स को साझा करने के लिए किया।
  • वर्तमान में अनामांकित युवाओं में से भी एक-चौथाई ने सर्वेक्षण से पिछले सप्ताह में अपने स्मार्टफोन पर पढ़ाई संबंधित गतिविधियाँ की हैं।

ऑनलाइन सेवाएँ और मनोरंजन

 

  • सभी युवाओं में से एक-चौथाई से थोड़े अधिक ने बताया कि उन्होंने स्मार्टफोन का उपयोग ऑनलाइन सेवाएँ जैसे भुगतान करने, फॉर्म/बिल भरने और टिकट बुक करने के लिए किया है।
  • लगभग 80% युवाओं ने बताया कि उन्होंने पिछले सप्ताह में फिल्म देखने और गाने सुनने जैसी मनोरंजन संबंधित गतिविधियों के लिए स्मार्टफोन का प्रयोग किया।

डिजिटल कार्य

(यह कार्य सर्वेक्षक की उपस्थिति में स्मार्टफोन पर किए गए।)


सर्वेक्षण के दौरान डिजिटल कार्यों को करने के लिए युवा से अपना, परिवार के सदस्य का, या पड़ोसी का अच्छी कनेक्टिविटी वाला स्मार्टफोन लाने के लिए कहा गया था।


सर्वेक्षण के दौरान दो-तिहाई से थोड़े अधिक युवा यह कार्य करने के लिए स्मार्टफोन ला सके। लड़कियों (62%) की तुलना में ज्यादा लड़के (72.9%) स्मार्टफोन ला पाए।


जो युवा स्मार्टफोन ला सके, उनमें से लगभग 80% युवा यूट्यूब पर पूछे गए वीडियो को ढूँढ सके और इनमें से लगभग 90% इसे किसी के साथ साझा कर पाए। 70% युवा इंटरनेट का प्रयोग कर किसी प्रश्न का उत्तर खोज सके। लगभग दो-तिहाई युवा निर्धारित समय का अलार्म सेट कर सके। एक-तिहाई से कुछ अधिक युवा दो स्थानों के बीच यात्रा में लगने वाले समय का पता लगाने के लिए गूगल मैप्स का प्रयोग कर सके।

  • सभी कार्यों में, लड़कों ने लड़कियों से बेहतर प्रदर्शन किया।
  • कक्षा स्तर के साथ डिजिटल कार्यों पर प्रदर्शन में सुधार होता है।
  • बुनियादी पढ़ने के स्तर के बढ़ने के साथ डिजिटल कार्य करने की क्षमता बढ़ती है।

 



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